चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय: छात्रों का उग्र विरोध, जानें क्या है पूरा मामला और इसके मायने
हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (सीसीएस एचएयू) इन दिनों छात्रों के भारी विरोध प्रदर्शन और विवादों के केंद्र में है। छात्रों पर लाठीचार्ज और सुरक्षाकर्मियों के साथ हुई झड़प के बाद से छात्र आंदोलन ने ज़ोर पकड़ लिया है, जिससे प्रदेश की सियासत में भी हलचल मच गई है।
क्यों हो रहा है छात्रों का विरोध?
विवाद की जड़ स्कॉलरशिप नीति में बदलाव है। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रवृत्ति संबंधी नियमों में बदलाव किए हैं, जिससे उन्हें आर्थिक परेशानी हो रही है। इसी के विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे थे।
क्या हुआ था 10 जून को?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 10 जून 2025 को छात्र अपनी मांगों को लेकर कुलपति से मिलने पहुंचे थे। इसी दौरान सुरक्षाकर्मियों और छात्रों के बीच मारपीट हो गई। छात्रों का दावा है कि सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और लाठीचार्ज किया, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिसने मामले को और गरमा दिया है।
कुलपति को हटाने की मांग और आगे का आंदोलन
घटना के बाद छात्रों ने कुलपति को हटाने की मांग तेज कर दी है। उन्होंने प्रशासनिक भवन के सामने धरना दिया और अब 24 जून को छात्र न्याय महापंचायत का आयोजन करने की तैयारी है। छात्रों को विभिन्न छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिल रहा है, जिससे यह आंदोलन और बड़ा रूप लेता जा रहा है।
सरकार की प्रतिक्रिया और जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने इस विवाद को सुलझाने के लिए एक कमेटी का गठन किया है। पुलिस ने भी छात्रों की शिकायत पर कुछ सुरक्षाकर्मियों और एक प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी कुछ सुरक्षा गार्डों को निलंबित किया है।
यह घटना हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था और छात्रों के अधिकारों पर सवाल खड़े करती है। देखना होगा कि सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले को कैसे सुलझाते हैं और क्या छात्रों को न्याय मिल पाता है।
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